एड जैनुलाबेदीन हइकोर्ट में दाखल करेंगे याचिका : मामला फर्जी जन्म प्रमाणपत्र के नाम पर समुदाय को बदनाम करने का
अकोला | हाल ही में क्रीट सोमैया द्वारा लगाए गए बेबुनियाद आरोपों के दबाव में आकर अकोला शहर एवं तहसील प्रशासन, अमरावती शहर एवं तहसील प्रशासन ने शहर और जिले के नागरिकों पर अनावश्यक रूप से कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। खासकर, जन्म प्रमाणपत्र से जुड़े मामलों को लेकर विशेष समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है। इस स्थिति को देखते हुए अधिवक्ता जैनुलाबेदीन ने इसे अन्यायपूर्ण बताते हुए हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करने की चेतावनी दी है। एड जैनुलाबेदीन ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि क्रीट सोमैया ने कुछ लोगों पर बांग्लादेशी नागरिक होने का झूठा आरोप लगाया था। लेकिन प्रशासन की विस्तृत जांच में एक भी व्यक्ति बांग्लादेशी नहीं पाया गया। उन्होंने बताया कि मुस्लिम समाज में खान, पठान, शेख और सैयद जैसे सरनेम आम हैं। हालांकि, शेख सरनेम वाले अपने नाम के आगे औ, पीर, अहमद, मोहम्मद, अब्दुल आदि जोड़ते हैं, और महिलाओं के नाम में बेगम, परवीन, बानो, अंजुम जैसी उपाधियाँ होती हैं।
प्रशासन की जांच प्रक्रिया में कुछ व्यक्तियों के नाम में मामूली अंतर पाए गए, जैसे किसी के दस्तावेज़ों में 'अब्दुल' के स्थान पर 'अहमद' लिखा गया। लेकिन यह गलती प्रशासनिक स्तर की भी हो सकती है। किसी को कानूनी रूप से परेशानी में डालने से पहले गहन जांच की आवश्यकता है। प्रशासन को जल्दबाजी में किसी को गलत ठहराने के बजाय निष्पक्षता से कार्य करना चाहिए।