सांस्कृतिक संध्या में झलका भारतीय एवं पाश्चात्य संस्कृति का अनूठा संगम।

गुलशन परुथी - ग्वालियर। 

          ग्वालियर, 26.10.2024: जहां एक और भारतीय संस्कृति की भावना एवं परंपरा से ओत-प्रोत भारत के विभिन्न प्रांतों के लोकनृत्य भारतीय संस्कृति की प्राचीनता एवं विभिन्नता का परिचय दे रहे थे। वहीं दूसरी और पाश्चात्य संस्कृति को नृत्य के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। यह कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा कि पूरा सांस्कृतिक प्रोग्राम भारतीय एवं पाश्चात्य संस्कृति का संगम दिखाई दे रहा था। सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरूवात माँ सरस्वती की प्रार्थना एवं दीपक प्रज्वलित करके की गयी। सांस्कृतिक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित डाॅ. स्मिता सहस्त्रबुद्धे एवं सम्माननीय अतिथि के रूप में श्रीमती नीतु माथुर उपस्थित रही। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित डाॅ. स्मीता सहस्त्रबुद्धे का स्वागत डाॅ. हरिओम अवस्थी द्वारा पुष्पगुच्छ देकर किया गया एवं सम्माननीय अतिथि श्रीमती नीतु माथुर का स्वागत डाॅ. के.के यादव द्वारा पुष्पगुच्छ देकर किया गया। 

              कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रेस्टीज प्रबंधन एवं शोध संस्थान, ग्वालियर के निदेशक डाॅं निशांत जोशी ने कहा कि संस्थान सदैव ही छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिये प्रयासरत रहा है और इसी उद्देश्य को पूर्ण करने में संस्थान का वार्षिक महोत्सव ‘‘स्पंदन’’ प्रतिवर्ष प्रेस्टीज प्रबंधन एवं शोध संस्थान, ग्वालियर के द्वारा आयोजित किया जाता है। ‘‘स्पंदन’’ का आयोजन इसके अर्थ (हृदय की धड़कन) के अनुरूप ही विद्यार्थियों के उत्साहवर्धन एवं उनमे छिपी हुई प्रतिभाओं को निखारने के उद्ेश्य से प्रेस्टीज प्रबंधन संस्थान, ग्वालियर द्वारा किया जाता है। इस उत्सव के दौरान समूचा माहौल आनंदमय एवं स्फूर्तिदायक बन जाता है। 

               डाॅ. तारिका सिंह, डेप्यूटी डायरेक्टर, प्रेस्टीज प्रबंधन एवं शोध संस्थान, ग्वालियर ने अपने स्वागत वक्तव्य में कहा कि इस सांस्कृतिक संध्या के सभी कार्यक्रमों एवं गत चार दिनो से चल रही विभिन्न स्पर्धाओं के आयोजन में महाविद्यालय के छात्र/छात्राओं ने जिस प्रकार टीम भावना का परिचय देकर आपसी समन्वय के साथ आज स्पंदन-2024 के समापन को एक सफल एवं अविस्मरणीय पल के रूप मंे प्रेस्टीज प्रबंधन एवं शोध संस्थान, ग्वालियर की स्मारिका में शामिल कर दिया है, जो सदैव ही सराहा जाता रहेगा। 

              कार्यक्रम की शुरूवात सांस्कृतिक समन्वयिका मिस. कविता राणा ने अपनी प्रारंभिक उद्बोधन में कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा सभी अतिथिगणों के सामने रखी। उन्होंने जानकारी दी की आज की सांस्कृतिक संध्या में गणेश वंदना, भांगड़ा, गरबा वहीं पाश्चात्य संस्कृति की परिचायक नृत्य शैलियो जैसे- बाॅलीवुड, फ्रीस स्टाईल एवं सालसा, डांस प्रस्तुत हुए। 10 से अधिक रगांरग प्रस्तुतियां दी गई जिसमें 10 नृत्य प्रस्तुतियां प्रमुख रही। इसी कड़ी मे 3 ब्रांड एम्बेसडर राउंड भी आयोजित किये गये जिनमें इण्डियन, स्पोर्ट्स एवं वेस्टर्न परिधानों को पहनकर महाविद्यालय के छात्र-छात्राओ ने रैम्प वाॅक किया। इस सांस्कृतिक संध्या में महाविद्यालय के लगभग 350 से अधिक छात्र-छात्राओं ने प्रस्तुतियां दी। 

         डाॅ. स्मिता साहस्त्रबुद्धे (वाइस चांसलर, राजामानसिंह तोमर, म्यूजिक एवं आर्ट यूनिवर्सिटी) मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रही। डाॅ. सहस्त्रबुद्धे ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारत एक युवा देश है और युवा इस देश की शक्ति है। विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में अकादमिक गतिविधियों के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का हमेशा से ही महत्वपूर्ण योगदान रहा है। आज छात्र/छात्राओं द्वारा जितने भी कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये वे सभी वसुधैव कुटुम्बकम की भावना से ओत-प्रोत थे। साथ ही उन्होंने प्रेस्टीज प्रबध्ंन एवं शोध संस्थान के छात्र-छात्राओं को शुभकामनायें दी एवं उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। 
 
         आज के कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित सम्माननीय अतिथि श्रीमती नीतु माथूर (सी.ई.ओ. स्मार्ट सिटी ग्वालियर) ने प्रेस्टीज प्रबंधन एवं शोध संस्थान ग्वालियर की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रेस्टीज एक ऐसा संस्थान है जो अपने नाम के अनुसार प्रबंधन की अनूठी मिसाल समूचे मध्य भारत में स्थापित कर चुका है। आज बहुत ही कम शिक्षण संस्थान ऐसे है जो महाविद्यालयीन स्तर पर सांस्कृतिक संध्या जैसे कार्यक्रमों का आयोजन इतनी शालीनता एवं परंपरा का निर्वाह कर पा रहे है। मैं प्रेस्टीज प्रबंधन एवं शोध संस्थान, ग्वालियर को उनके छात्रों के सर्वांगीण विकास हेतु किये जा रहे प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देती हूॅं एवं उनके उज्जवल भविष्य की कामना करती हूॅ।
 
         प्रेस्टीज प्रबंधन एवं शोध संस्थान, ग्वालियर के प्रागंण में आयोजित चार दिवसीय वार्षिक उत्सव स्पंदन-2024 का समापन एक सांस्कृतिक संध्या के साथ किया गया जिसमें मुख्य रूप से ग्वालियर शहर के सम्माननीय प्रबुद्धजन अतिथियों के रूप में उपस्थित रहे।
 
सांस्कृतिक संध्या में प्रेस्टीज प्रबंधन एवं शोध संस्थान के छत्र-छात्रों के द्वारा प्रस्तुत किये गये कार्यक्रमों की रूपरेखा कुछ इस प्रकार रही - 
 गणेश वंदना
 वाॅलीवुड डांस
 बी.ए. ट्रेडिशनल (राउण्ड-1)
 फेसलिएसन ऑफ  स्पाॅन्सर्स
 सालसा डांस
 फ्री स्टाइल
 बी.ए. स्पोर्ट्स (राउण्ड-2)
 फेसिलिएशन ऑफ  स्पाॅन्सर्स
 गरबा
 भांगड़ा
 बी.ए. बेस्टर्न (राउण्ड-3)
 पुरस्कार वितरण
 
            कार्यक्रम के अंत में संस्थान के निदेशक डाॅ. निशांत जोशी, प्रेस्टीज ब्रांड एम्बेसेडर के अंर्तगत चयनित मिस्टर प्रेस्टीज एवं मिस प्रेस्टीज के नामो की घोषणा की।
           कार्यक्रम की अंतिम कड़ी में ‘‘स्पंदन-2024’’ की सांस्कृतिक संध्या के अवसर पर समन्वयिका डाॅ. स्नेहा राजपूत ने आभार व्यक्त करते हुए सभी सम्मानीय अतिथियों, पालकगणों, प्राध्यापकगणों, स्टाफ, सदस्यों, छात्र/छात्राओं एवं मीडिया साथियों को धन्यवाद प्रेेषित किया।
 
इस अवसर पर संस्थान के समस्त प्राध्यापकगण, स्टाफ, सदस्य आदि उपस्थित रहे। 
 
सादर सम्मान सहित,
डाॅ. निशांत जोशी,
निदेशक।

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