तीसरे राष्ट्रीय आईसीसीआई सम्मेलन में परिणाम-आधारित शिक्षा पर प्रकाश डाला गया
महेश ढौंडियाल - दिल्ली।
नई दिल्ली, शुक्रवार आईसीसीआई कॉमर्स चैंबर फोरम द्वारा आयोजित प्रतिष्ठित तीसरा राष्ट्रीय व्यापार और शिक्षा उत्कृष्टता सम्मेलन, 23 अक्टूबर, बुधवार को नई दिल्ली के ली मेरिडियन के अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन हॉल में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में सरकार, शिक्षा जगत और उद्योग जगत के प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
- डॉ. राज भूषण चौधरी, केंद्रीय राज्य मंत्री, भारत सरकार
- डॉ. चंद्रशेखर, एआईसीटीई अधिकारी
- लवली आनंद, संसद सदस्य
- डॉ. कुलनीत सूरी, हार्वर्ड एडजंक्ट प्रोफेसर
- डॉ. नयन गांधी, युवा प्रबंधन विश्लेषक
मुख्य भाषण
कोटा राजस्थान के एक गतिशील प्रभावशाली और युवा प्रबंधन विश्लेषक डॉ. नयन प्रकाश गांधी ने "परिणाम-आधारित शिक्षा" पर मुख्य भाषण दिया। गांधी ने कौशल-आधारित, उद्योग-मांग-आधारित शिक्षा की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि:
- डिग्री पाठ्यक्रम की सामग्री उद्योग की आवश्यकताओं के अनुरूप होनी चाहिए।
- अनुसंधान और विकास को भविष्य की क्षेत्र-विशिष्ट आवश्यकताओं पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
नीति निर्माताओं को भारत में युवा प्रतिभा विकास और प्रतिधारण को प्राथमिकता देनी चाहिए।
उद्योग-अकादमिक भागीदारी
सम्मेलन में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और कौशल विकास को बढ़ावा देने में उद्योग-अकादमिक भागीदारी के महत्व पर प्रकाश डाला गया। प्रख्यात वक्ताओं ने चर्चा की:
- परिणाम-आधारित शिक्षा में सर्वोत्तम अभ्यास।
सहयोगी अनुसंधान पहल।
कौशल विकास कार्यक्रम।
पुरस्कार और मान्यता
डॉ. नयन गांधी को "40 वर्ष से कम आयु के सबसे प्रभावशाली कैरियर विकास कोच" राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। इस मान्यता ने उनके उत्कृष्ट योगदान को मान्यता दी:
- शैक्षणिक नेतृत्व।
छात्र कौशल विकास।
कैरियर विकास।
सम्मेलन निदेशकों की टिप्पणी
सम्मेलन निदेशक मानवेंद्र और मनोज दुबे ने गणमान्य व्यक्तियों, वक्ताओं और प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने सम्मेलन के उद्देश्य पर जोर दिया:
- उद्योग-अकादमिक भागीदारी को बढ़ावा देना।
- गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और कौशल विकास को बढ़ावा देना।