जेल में बंद भाइयों को बहनों ने बांधी राखी, बहनें बोलीं- ‘वादा करो! दोबारा जेल नहीं आओगे’।

एस.पी. तिवारी – लखीमपुर-खीरी

जिला कारागार में भाइयों की कलाई पर राखी बांधी, वादा लिया कि…गलत काम नहीं करोगे, रिहाई की भी दुआ मांगी। रक्षाबंधन पर जिला कारागार में जुटीं बहनें, भाइयों को बांधी राखी…बहनों की आंखों से छलक पड़े आंसू रक्षाबंधन का त्योहार जहां पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है, वहीं सोमवार को लखीमपुर-खीरी जिला कारागार में बहनों को मुलाकात के दौरान किसी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए जिला कारागार प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए थे। जिला कारागार में इस समय 878 बंदी बंद हैं। इनमें 22 महिला बंदी हैं। इसी तरह बहनों के अलावा भाई भी राखी बंधवाने जिला कारागार पहुंचे। जेल में बंद बहनों ने भाइयों की कलाई पर तिलक लगाकर राखी बांधी।

बहनों ने जेल में बंद कैदियों को राखी बांधी और अपने गुनाहों का प्रायश्चित करने का संकल्प लिया। जेल में बंद कैदियों ने भी अपनी बहनों से अपराध छोड़ने का वादा किया। जिला कारागार में सुबह से ही बहनों की भीड़ देखी गई। जेल में बंद कैदियों के भाइयों को राखी बांधने के लिए बहनों की लंबी कतारें लगी रहीं। उधर, जेल प्रशासन ने पहले ही तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया था। कड़ी सुरक्षा के बीच बहनों ने अपने भाइयों से मुलाकात की और राखी बांधी। जेलर हरिवंश पांडेय ने बताया कि जिला कारागार में रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जा रहा है। जेल में बंद कैदियों को राखी बांधने के लिए बहनें जेल पहुंच रही हैं। उन्होंने बताया कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। जेल पहुंचने वाली सभी बहनों से उनके भाइयों से मुलाकात कराई गई और राखी बंधवाई गई।

इसके साथ ही कैदियों को अपराध छोड़ने की शपथ भी दिलाई गई। अपराध छोड़ने की शपथ! बहनों ने जब अपने भाइयों को राखी बांधी तो उपहार स्वरूप उनसे अपराध छोड़ने का वादा भी लिया। भाइयों को राखी बांधने आईं बहनों ने बताया कि उन्होंने अपने भाइयों को राखी बांधी है और राखी बांधते समय उन्होंने जेल में दोबारा कभी न आने का वादा भी किया है। एक अन्य बहन ने बताया कि उसने भी अपने भाई को राखी बांधी है और अपराध न करने का वचन लिया है। इस दौरान कई बहनों की आंखों से आंसू छलक पड़े। क्या बोले जेल अधीक्षक? जेल अधीक्षक पीडी सलौनिया ने बताया कि रक्षाबंधन पर बंदियों को राखी बांधने जेल पहुंचने वाली बहनों के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी।

मुलाकात के लिए पुलिस लाइन से अतिरिक्त बल मंगाया गया था। जेल परिसर के बाहर पंडाल लगाया गया था। भाइयों को राखी बांधने आने वाली बहनों के लिए जलपान की भी व्यवस्था की गई है। मुलाकात सुबह सात बजे से शुरू हो गई थी। संख्या के हिसाब से 100-100 के बैच बनाकर मुलाकात की जा रही है। उन्होंने बताया कि देर शाम तक जेल में रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा।

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