हम हर बार पदक जीतकर लाने में कोई कसर नहीं छोडेंगे-कप्तान हरमनप्रीत।
विजय कुमार – नई दिल्ली
-एयरपोर्ट पर स्वागत देख हमारी खुषी दुगनी हो गई-कप्तान।
-दिल्ली, हरियाणा,पंजाब प्रांत के साथ एयरपोर्ट पहुंचने वालों में देषभर के हाकी प्रेमी उपस्थित रहें।
पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय हॉकी टीम ने स्पेन को हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीत कर स्वदेष लौटी भारतीय हाकी टीम का आज दिल्ली के इंदिरागांधी हवाई अडडे पर भव्य स्वागत किया गया। उनके स्वागत में दिल्ली ही नहीं पंजाब और हरियाणा से भी हाकी के प्रेमी हवाई अडडे पर पहुंचे हुए थे। जिनका जोष देखते ही बनता था। मालूम हो कि मौजूदा ओलंपिक में भारतीय टीम ने पेरिस ओलंपिक में बेहतरीन प्रदर्शन किया। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम को 52 साल बाद हरा कर इतिहास रच दिया। वहीं टीम के गोलकीपर श्रीजेश का ये आखिरी इंटरनेशनल टूर्नामेंट था और हॉकी टीम ने अपने बेहतरीन प्लेयर को सर्वश्रेठ विदाई दी। इन विजेताओं ने हवाई अडडे से बाहर निकलते ही अपने चाहने वालों द्वारा लाए गए ढोल की थाप पर जमकर डांस भी किया। हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह सबसे पहले और उनके पीछे पूरी टीम दिल्ली एयरपोर्ट से बाहर निकली। टीम के सदस्यों को उनके प्रेमी उन्हें माला और तिरंगा पटका पहना रहे थे।
इस मौके पर कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि, हमें पूरा सहयोग मिला और हमारी सारी जरूरतें पूरी की गई। हम धन्यवाद देना चाहते हैं। साथ ही उन्होंने कहा, ‘‘हॉकी के लिये यह बड़ी उपलब्धि है। इस प्यार से हमारी जिम्मेदारी बढ़ गई है। हम हर बार पदक जीतकर लौटने की कोशिश करेंगे।’’ हरमनप्रीत ने पेरिस ओलंपिक में सर्वाधिक 10 गोल दागे। उन्होंने कहा कि इस स्वागत से टीम अभिभूत है। यह देखकर बहुत अच्छा लगा कि भारतीय प्रशंसक हमारे स्वागत के लिये यहां आये। टीम ने ओलंपिक की तैयारी में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी और यह देखकर खुशी हुई कि हमारी मेहनत रंग लाई और हमारी जीत का जश्न पूरा देश मना रहा है। भारतीय हाकी टीम के खिलाडियों ने एयरपोर्ट के बाहर अपने प्रेमियों को सेल्फी लेने से इंकार भी नहीं किया और काफी समय तक यह सिलसिला चलता रहा।
फिलहाल बता दें कि, भारतीय हॉकी टीम ने स्पेन को 2-1 से हराकर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। 32 साल बाद भारत ने ओलंपिक में लगातार दो मेडल जीते हैं। इससे पहले टीम इंडिया ने 1968 के मैक्सिको सिटी ओलंपिक और 1972 के म्यूनिख ओलंपिक में लगातार दो ब्रॉन्ज मेडल जीते थे।