क्राइम ब्रांच की पुलिस टीम की सक्रियता ने डकैती की योजना को विफल कर दिया।
महेश ढौंडियाल – दिल्ली
- 15 से अधिक डकैती के मामलों में पहले से शामिल 03 शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया
- उनके कब्जे से एक पिस्तौल, 08 जिंदा कारतूस और एक फर्जी नंबर प्लेट वाली चोरी की स्कूटी बरामद की गई।
परिचय:
क्राइम ब्रांच, दिल्ली की ई.आर.-II की टीम ने गुप्त सूचना और तकनीकी निगरानी के आधार पर मोहम्मद शरीफ, किशन और समीर नाम के तीन शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। लुटेरे कृष्णा नगर इलाके में एक व्यापारी के कैश कलेक्शन एजेंट से करीब 80 लाख की नकदी लूटने की साजिश रच रहे थे। सूचना के आधार पर, दिल्ली के कृष्णा नगर इलाके में छापेमारी की गई, जहां तीनों आरोपी अपनी योजना को अंजाम देने के लिए एकत्र हुए थे। उनके पास से एक देसी पिस्तौल, 8 जिंदा कारतूस और एक चोरी की स्कूटी बरामद की गई।
टीम, सूचना और कार्रवाई:
टीम को गुप्त सूचना मिली कि तीन लुटेरे कृष्णा नगर इलाके में दिनदहाड़े हथियारबंद डकैती कर सकते हैं। इस पर इंस्पेक्टर सुनील कुमार के नेतृत्व में और श्री राज कुमार एसीपी/ईआर-II की देखरेख में एसआई मानवेंद्र, एएसआई सतेंद्र मलिक, एएसआई यशवीर सिंह, एचसी मोहित मलिक और एचसी सुधीर की एक टीम को अधिक जानकारी जुटाने और उन्हें गिरफ्तार करने का काम सौंपा गया। टीम ने सूचना हासिल की और आनंदपुर साहिब चैरिटेबल डायग्नोस्टिक सेंटर, कृष्णा नगर, दिल्ली के पास जाल बिछाया। जल्द ही तीन लोग एक स्कूटी पर सवार दिखाई दिए। मुखबिर की सूचना पर, उन्हें रोका गया। उन्होंने भागने की कोशिश की लेकिन सतर्क पुलिस टीम ने उन्हें पकड़ लिया। उनकी सरसरी तलाशी लेने पर उनके कब्जे से एक देशी पिस्तौल, आठ जिंदा कारतूस बरामद हुए। पकड़े गए व्यक्ति की पहचान (1) मोहम्मद शरीफ निवासी पुरानी सीमा पुरी, दिल्ली उम्र-32 वर्ष (2) किशन निवासी बुध विहार फेज-2, दिल्ली उम्र-30 वर्ष और (3) समीर निवासी पुरानी सीमा पुरी, दिल्ली उम्र-27 वर्ष के रूप में हुई। जिस स्कूटी पर वे सवार थे, उसके विवरण की जांच करने पर पता चला कि उस पर फर्जी नंबर प्लेट लगी हुई थी और स्कूटी के विवरण की आगे जांच करने पर पता चला कि वह चोरी की हुई थी। इस मामले में एफआईआर संख्या 146/24 यू/एस 25 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया और आगे की जांच जारी है।
पूछताछ:
पूछताछ के दौरान आरोपी मोहम्मद. शरीफ ने खुलासा किया कि उसे अपनी पत्नी के गर्भवती होने के कारण पैसों की जरूरत थी, इसलिए उसने किशन नामक एक हताश लुटेरे से संपर्क किया, जिसे वह मंडोली जेल में एक ही वार्ड में बंद रहने के कारण जानता था और कृष्णा नगर के इलाके में नकदी लूटने की साजिश रची। डकैती करने के लिए उन्हें एक चोरी की गाड़ी की जरूरत थी, जिसके लिए उन्होंने समीर से संपर्क किया, जिसके पास चोरी की स्कूटी थी, जिसे उसने करीब 3-4 महीने पहले दिलशाद कॉलोनी के इलाके से चुराया था। उन्होंने लूट के लिए हथियारों का इंतजाम किया और शहीद नगर मेट्रो स्टेशन पर मिले, अपनी पहचान छिपाने और पुलिस को गुमराह करने के लिए स्कूटी पर फर्जी नंबर प्लेट लगाई और साजिश को आगे बढ़ाते हुए नकदी लूटने के लिए कृष्ण नगर पहुंचे। लेकिन पुलिस टीम ने अपनी तत्परता दिखाते हुए उन्हें पकड़ लिया।
गिरफ्तार व्यक्ति और उनकी पिछली संलिप्तताएँ:
1. आरोपी मोहम्मद शरीफ पहले भी एक डकैती के मामले में शामिल रहा है।
2. आरोपी कन्हैया झा उर्फ किशन पहले भी डकैती/सशस्त्र डकैती के 13 मामलों में शामिल रहा है।
3. आरोपी समीर उर्फ आरिफ पहले भी 01 मामले में शामिल रहा है।
(संजय कुमार सैन) आईपीएस
पुलिस उपायुक्त
क्राइम ब्रांच, दिल्ली