देने वाला लुटा रहा, लूट सके तो लूट….- मोहन वर्मा l
गुलशन परुथी – ग्वालियर
मालनपुर 03 अगस्त ब्रह्माकुमारीज के अंतर्गत देने वाला लुटा रहा लूट सके तो लूट… विषय पर कार्यक्रम रखा गया l कार्यक्रम में मुरैना से पधारे मोहन वर्मा, निदेशक, टाइनी टोट स्कूल ने कहा “देने वाला लुटा रहा, लूट सके तो लूट, अंतकाल पछताएगा, जब प्राण जाएंगे छूट..” यह कहावत हम बचपन से ही सुनते आ रहे हैं l वास्तव में यह परमपिता परमात्मा के लिए कहा गया है कि परमात्मा हमें सदा ही सुख, शांति, प्रेम,आनंद देते हैं l लेकिन हम लेने में कंजूसी कर देते हैं और अनायास ही बहाना लगाकर कहते है कि हमारे पास समय नहीं है और इन सभी शक्तियों गुणों से वंचित रह जाते हैं l परमात्मा के वरदानों से भरपूर नहीं हो पाते हैं l आवश्यकता है समय को पहचाने और अपने कार्यों में से समय निकालकर, जो परमात्मा शक्ति, वरदान लुटा रहें है, उसको अवश्य प्राप्त करें l
इसी कड़ी में संचालिका ब्रह्माकुमारी ज्योति बहन ने आए हुए सभी भक्तजनों को संबोधित करते हुए कहा, कहावत है कि जब परमात्मा बुद्धि बांट रहा था तब तुम कहाँ थे ? वह समय कोई और नहीं अभी का ही वह समय है l हमें अपने परिवार, समाज और अन्य कार्यों को करते हुए कुछ समय अपना ध्यान सकारात्मक चिंतन के लिए और ब्रह्माकुमारीज में दिए जाने वाले ज्ञान को सुनने के लिए आवश्यक निकले और इसमें जो वक्तागण विभिन्न प्रकार की विषयों पर मार्गदर्शन दे रहे हैं, उसको अपने जीवन में अवश्य लेकर आए l जिससे जीवन खुशहाल बन जाएगा और जो भी कुछ परेशानी, मानसिक चिंताएँ हैं, उनको हम काफी हद तक समाप्त कर सकेंगे l कार्यक्रम के अंतर्गत बानमौर से पधारे ब्रह्माकुमार मुकेश भाई ने आत्म चिंतन, परमात्मा चिंतन करने पर जोर दिया और कहा यदि हम मन के द्वारा अच्छी बातों का चिंतन नहीं करते हैं तो व्यर्थ चिंतन आना स्वाभाविक है l जिस प्रकार जमीन में यदि हम फूल और सब्जी ना लगाएं तो घास तो उगना प्राकृतिक है l यदि हमें जमीन से कुछ प्राप्त करना होता है तो उसमे हमें फूल, फल और सब्जियां लगाकर इसका लाभ लिया जाता है l हमें भी व्यर्थ चिंतन से बचकर अच्छी सोच की तरफ ध्यान देना चाहिए l कार्यक्रम में झाँसी से पधारे टीडी वर्मा, पूर्व इंजीनियर उन्होंने भी अपनी शुभकामनाएं दी एवं अपने जीवन के अनुभवों को साझा किया l
इस आध्यात्मिक कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी जानकी बहन जी ने अपने आशीर्वचन में आए हुए सभी भक्तजनों को कहा चला चली का मेला है इसीलिए इंतजार ना करें अपना – अपना इंतजाम करें और अपने समय को सफल करें l कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी अर्चना बहन, भावना बहन, पूजा बहन, सृष्टि बहन, रोशनी बहन, प्रीति बहन, महेश भाई, प्रसाद भाई, सतनाम भाई आदि उपस्थित थे l