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बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए: आलोक कुमार।

महेश ढौंडियाल – नई दिल्ली

विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता श्री आलोक कुमार ने आज एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा पड़ोसी बांग्लादेश एक अजीब सी अनिश्चितता, हिंसा और अराजकता में फंसा हुआ है। हसीना सरकार के इस्तीफे और उनके देश छोड़ने के बाद अंतरिम सरकार के गठन की प्रक्रिया चल रही है। संकट की इस घड़ी में भारत मित्र के रूप में बांग्लादेश के पूरे समाज के साथ मजबूती से खड़ा है।

श्री आलोक कुमार ने कहा कि पिछले कुछ समय में बांग्लादेश में हिंदुओं, सिखों और अन्य अल्पसंख्यकों के धार्मिक स्थलों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों और घरों में भी तोड़फोड़ की गई है। कल रात तक अकेले पंचगढ़ जिले में 22 घर, झेनैदाह में 20 घर और जेसोर में 22 दुकानें कट्टरपंथियों के निशाने पर रहीं और कई जिलों में श्मशान घाटों में भी तोड़फोड़ की गई। मंदिरों और गुरुद्वारों में भी तोड़फोड़ की गई। बांग्लादेश का शायद ही कोई जिला बचा हो जो उनकी हिंसा और आतंक का निशाना न बना हो। यहां यह बताना उचित होगा कि बांग्लादेश में कभी 32 प्रतिशत हिंदू थे, जो अब 8 प्रतिशत से भी कम रह गए हैं और वे भी निरंतर जिहादी उत्पीड़न के शिकार हैं। विहिप अध्यक्ष ने यह भी कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं के घर, दुकान, कार्यालय, व्यापारिक प्रतिष्ठान, महिलाएं, बच्चे और यहां तक ​​कि उनकी आस्था, विश्वास और पूजा के केंद्र जैसे मंदिर और गुरुद्वारे भी सुरक्षित नहीं हैं। यह कहा जा सकता है कि वहां उत्पीड़ित अल्पसंख्यकों की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है।
यह स्थिति चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में विश्व समुदाय की जिम्मेदारी है कि वह बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और मानवाधिकारों के संरक्षण के लिए प्रभावी कार्रवाई करे।

श्री आलोक कुमार ने कहा कि निश्चित रूप से भारत इस स्थिति में आंखें मूंदकर नहीं रह सकता। भारत ने पारंपरिक रूप से दुनिया भर में उत्पीड़ित समुदायों की मदद की है। विश्व हिंदू परिषद भारत सरकार से आग्रह करती है कि वह बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाए। संभव है कि इस स्थिति का लाभ उठाकर 4,096 किलोमीटर (2,545 मील) लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा के माध्यम से भारतीय भूभाग में घुसपैठ की बड़ी कोशिश की जा सकती है। हमें इस बारे में बेहद सतर्क रहना होगा। इसलिए हमारे सुरक्षा बलों को सीमाओं पर चौबीसों घंटे कड़ी निगरानी रखनी चाहिए और किसी भी तरह की घुसपैठ नहीं होने देनी चाहिए।

विहिप अध्यक्ष ने कहा कि हम चाहते हैं कि बांग्लादेश में जल्द से जल्द लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्ष सरकार की पुनः स्थापना हो। वहां के समाज को मानवाधिकार मिलें और बांग्लादेश की निरंतर आर्थिक प्रगति में कोई बाधा न आए। भारत का समाज और सरकार इस मामले में बांग्लादेश का समर्थन करती रहेगी।

जारीकर्ता – विनोद बंसल
राष्ट्रीय प्रवक्ता
विश्व हिंदू परिषद

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