आप्क़ी इच्छा शक्ति आपको भी एस. पी और आईजी बना सकती है – श्री अरविंद सक्सेना पुलिस महानिरीक्षक।
गुलशन परुथी- ग्वालियर
सेवार्थ जनकल्याण समिति द्वारा संचालित सेवार्थ पाठशाला के विभिन्न केंद्रों से बोर्ड परीक्षा – कक्षा आठवीं, दसवीं, तथा 12वीं में उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वाले प्रतिभाशाली बच्चों का सम्मान समारोह मोनी बाबा आश्रम पर 25 जुलाई 2024 को किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री अरविंद सक्सेना आईजी (पुलिस महानिरीक्षक) ग्वालियर उपस्थित थे। निम्न आय वर्ग एवं झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले बच्चों के लिए चल रही निशुल्क पाठशाला में प्रत्येक वर्ष की भांति इस बार भी सेवार्थ पाठशाला में पढ़ रहे छात्रों द्वारा बोर्ड परीक्षा में उत्कृष्ट अंक प्राप्त छात्रों को समाज सेविका तथा फिल्म अभिनेत्री श्रीमती अनीता ओड़िया जी द्वारा सम्मानित किया गया। उन बच्चों को पुरस्कार में मैडल, स्टेशनरी एवं स्वल्पाहार भी वितरित किए गए।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता पाठशाला के अध्यक्ष श्री ओ पी दीक्षित, अध्यक्षता संरक्षिका श्रीमती शकुन वैश्य, श्री आदित्य सक्सेना, मोनी बाबा महांत, शिक्षक साथी एवं लगभग 70 बच्चे उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन पाठशाला के सचिव पूर्व सेना अधिकारी मनोज पांडे द्वारा किया गया। आई जी साहब ने अपने उद्बोधन में बताया कि मैंने भी आप लोगों की तरह जमीन में पट्टी पर बैठकर पढ़ाई की है मगर कभी भी खुद को कमजोर नहीं समझा किसी भी प्रतियोगिता में कान्वेंट स्कूल के छात्रों को भी अपनी मेहनत और प्रतिभा से अपने आगे आने नहीं दिया। चाहे पढ़ाई का दौऱ हो या फिजिकल मेहनत आगे बढ़ना हो तो मेह्ननत सभी में करनी होती है। आप लोग इस पाठशाला में रहकर इन शिक्षकों के माध्यम से जो शिक्षा और ज्ञान प्राप्त कर रहे हैं।
आपको अपनी परीक्षा और शिक्षा का उद्देश्य अर्जुन के तीर की तरह रखना है। जो मछली की आंख भेद सके मैं भविष्य में यही चाहूंगा कि जब भी मैं अगली बार ग्वालियर आउँ तो मुझे पता लगे, कि इस सेवार्थ पाठशाला के बच्चे आई एएस, आईपीएस, उच्च शिक्षा में सेलेक्ट हुए हैं। मुझे आपके बीच आकर बहुत अच्छा लगा भविष्य में भी आपके साथ जुड़ा रहूंगा। आईजी साहब का सम्मान पुष्प गुच्छ तथा स्मृति चिन्ह से किया गया। श्री दीक्षित जी ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि इन बच्चों के अंदर पुलिस और सेना में जाने का बहुत ही जज्बा है। कल 26 जुलाई को हमारा देश कारगिल युद्ध विजय की 25वीं सालगिरह मना रहा है। पाठशाला के साथ बहुत से भूतपूर्व सैनिक भी जुड़े हुए हैं।
जो कि कारगिल युद्ध के समय सेना में सेवारत थे और कारगिल विजय में उनका भी योगदान बहुत ही महत्वपूर्ण है। सेवार्थ पाठशाला उन सभी सैनिकों का बहुत-बहुत आभार और हार्दिक अभिनंदन करती है।
कार्यक्रम के अंत में सभी के द्वारा राष्ट्रगान कर कार्यक्रम संपन्न हुआ।