दादा पीर के 135वें उर्स के समापन पर वक्फ बोर्ड अध्यक्ष को सम्मान से नवाज़ा।
ताहिर कमाल सिद्दीकी | इंदौर
भारत के संतों, पीरों व फकीरों ने अपने जीवन, आदर्शों और विचारों से जन-जन को सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने इंसानों के बीच अमन, शांति, सद्भावना व भाईचारे का संदेश दिया, आज उनके पैग़ाम को अवाम तक पहुंचाने की ज़रूरत है। यह बात मुख्य अतिथि मध्यप्रदेश वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सनव्वर पटेल ने तुकोगंज स्थित दादा पीर ताजुल औलिया हज़रत नियाज़ अली शाह नक्शबंदी के 135वें उर्स मुबारक के समापन पर कही। इस मौके पर जिला वक्फ कमेटी के अध्यक्ष रेहान शेख और दरगाह प्रबंधन समिति के अशफाक हुसैन गोलू ने सनव्वर पटेल को मोमेंटो प्रदान कर व साफा बांधकर सम्मान से नवाज़ा। इससे पहले मुफ्ती नूरुल हक़ नूरी ने तकरीर की।
हैदराबाद से तशरीफ़ लाये सूफी मीर मुज़तबा यजदानी बाबा साहब ने भी बतौर खास मेहमान शिरकत की। रंग-ए-महफ़िल के बाद कुल की फातिहा हुई, फिर अक़ीदत (आस्था) की चादर शरीफ पेश कर देश की खुशहाली मांगी गई। इस मौके पर महफूज पठान, डॉक्टर रिज़वान पटेल, साजिद खान गुड्डू, इस्माईल खान, अनीस खान, बबलू खान, आरिफ मुल्तानी, साजिद रॉयल, शोले पठान, डॉ. मुस्तफा, कासिम एहमद, मोईद पठान, जमील लाला, अज़हर अंसारी, युनुस खान, अरशद चंपाबाग, डॉ. खलीकुर्रेहमान, नौशाद खान, आफताब खान, अकरम खान, सलीम भाई, गुलरेज भाई, बंटी भाई आदि मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन महफूज़ पठान ने किया। आभार अशफाक हुसैन गोलू ने माना। बड़ी संख्या में जायरीनों ने दरगाह पर हाज़िरी दी।