खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग - सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय।
महेश ढौंडियाल - दिल्ली
• प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन पर केवीआईसी ने लाखों खादी कारीगरों को तोहफा दिया।
• केवीआईसी के चेयरमैन श्री मनोज कुमार की घोषणा, 2 अक्टूबर 2024 से सूत कातने वालों की मजदूरी में 25 प्रतिशत तथा बुनकरों की मजदूरी में 7 प्रतिशत की वृद्धि होगी।
• केवीआईसी की 'सैलाई समृद्धि योजना' का शुभारंभ, पंजीकरण शुरू।
• दिल्ली एयरपोर्ट पर स्थापित स्मारक चरखे की तर्ज पर केवीआईसी ने पोरबंदर में असमावती रिवरफ्रंट पर स्मारक चरखे का अनावरण किया।
• देशभर में 3,911 लाभार्थियों के खातों में 101 करोड़ रुपये की मार्जिन मनी सब्सिडी वितरित की गई; 43,021 नए लोगों को रोजगार मिला।
• केवीआईसी अध्यक्ष ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पीएमईजीपी की 1100 नई इकाइयों का उद्घाटन किया।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन और मोदी सरकार 3.0 के 100 दिन पूरे होने के अवसर पर भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के खादी और ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष श्री मनोज कुमार ने पूज्य बापू जी की जन्मस्थली पोरबंदर के अस्मावती रिवरफ्रंट पर आयोजित कार्यक्रम में लाखों खादी कारीगरों को बड़ी सौगात दी। सूत कातने वालों की मजदूरी में 25 प्रतिशत और बुनकरों की मजदूरी में 7 प्रतिशत की वृद्धि की घोषणा की गई है। बढ़ी हुई मजदूरी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जन्मदिन 2 अक्टूबर 2024 से प्रभावी होगी। इस अवसर पर अस्मावती रिवरफ्रंट पर स्थापित 26 फीट लंबे और 13 फीट चौड़े स्टेनलेस स्टील के 'मेमोरियल चरखे' का भी अनावरण किया गया। कार्यक्रम के दौरान केवीआईसी के अध्यक्ष ने 250 रुपये की मार्जिन मनी सब्सिडी वितरित की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री मनोज कुमार ने कहा कि उनके कार्यकाल में दूसरी बार कताई करने वालों और बुनकरों की मजदूरी में वृद्धि की गई है। 2 अक्टूबर 2024 से कताई करने वालों को 10 रुपये के स्थान पर 12.50 रुपये प्रति हैंक की मजदूरी मिलेगी। इससे पहले 1 अप्रैल 2023 को इसे 7.50 रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये प्रति हैंक किया गया था। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में ‘खादी क्रांति’ ने कताई करने वालों और बुनकरों के जीवन में बड़ा बदलाव लाया है। पिछले वित्तीय वर्ष में खादी का कारोबार 1.55 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है। खादी परिवार के कारीगरों को लाभ पहुंचाने के माननीय प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप आयोग ने उनकी मजदूरी बढ़ाने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि देशभर में करीब 3000 पंजीकृत खादी संस्थाएं हैं, जिनके माध्यम से 4.98 लाख खादी कारीगरों को रोजगार मिला हुआ है, इनमें से करीब 80 फीसदी महिलाएं हैं। बढ़ी हुई मजदूरी से उन्हें नई आर्थिक मजबूती मिलेगी। उन्होंने आगे कहा कि मोदी सरकार में अब तक मजदूरी में करीब 213 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है, जो इस बात का प्रतीक है कि खादी के जरिए ग्रामीण भारत आर्थिक रूप से सशक्त हो रहा है।
कार्यक्रम के दौरान केवीआईसी के अध्यक्ष ने दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर स्थापित स्मारक चरखे की तर्ज पर अस्मावती रिवरफ्रंट पर स्टेनलेस स्टील से बने स्मारक चरखे का अनावरण किया। इससे पहले 12 सितंबर को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भी इसी तरह के चरखे का अनावरण किया गया था। अपने अध्यक्षीय भाषण में केवीआईसी के अध्यक्ष श्री मनोज कुमार ने कहा कि स्मारक चरखा स्थापित करने के पीछे केवीआईसी का उद्देश्य नई पीढ़ी को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों से जोड़ने के साथ-साथ लोगों को भारत की राष्ट्रीय धरोहर खादी के बारे में जागरूक करना है। उन्होंने आगे कहा कि 'नए भारत की नई खादी' ने 'आत्मनिर्भर भारत और विकासशील भारत अभियान' को नई दिशा दी है। पूज्य बापू की जन्मस्थली पर स्थापित यह चरखा नई पीढ़ी को राष्ट्रपिता की विरासत की याद दिलाने का काम करेगा।
कार्यक्रम के दौरान पीएमईजीपी के तहत देशभर के 3911 लाभार्थियों के खातों में 101 करोड़ रुपये की मार्जिन मनी (सब्सिडी) भी वितरित की गई। इसके जरिए 43,021 नए रोजगार सृजित हुए हैं। इसके साथ ही खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष द्वारा देशभर में स्थापित 1100 नई पीएमईजीपी इकाइयों का उद्घाटन भी किया गया। लाभार्थियों को संबोधित करते हुए केवीआईसी के अध्यक्ष श्री मनोज कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और एमएसएमई मंत्रालय के मार्गदर्शन में पीएमईजीपी देश के कुटीर उद्योग के लिए नई ऊर्जा और शक्ति के रूप में उभरा है। इसके जरिए पिछले 10 वर्षों में 9.58 लाख नई परियोजनाओं के जरिए 83.48 लाख लोगों को रोजगार मिला है। इस दौरान केवीआईसी ने करीब 24 हजार करोड़ रुपये की मार्जिन मनी वितरित की है। उन्होंने आगे कहा कि खादी और ग्रामोद्योग के जरिए पिछले वित्त वर्ष में 10.17 लाख नए रोजगार सृजित हुए हैं।
कार्यक्रम में गुजरात में केवीआईसी राज्य कार्यालय से जुड़े खादी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ-साथ खादी कार्यकर्ता, कारीगर और केवीआईसी के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।