नोएडा, उत्तर प्रदेश में सनसनीखेज हत्या मामले में वांछित खूंखार महिला आरोपी को दिल्ली की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया
महेश ढौंडियाल - दिल्ली
➢ जनवरी 2024 में मामला दर्ज होने के बाद से आरोपी फरार था।
➢ आरोपी की गिरफ्तारी पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने 25,000 रुपये का इनाम घोषित किया था।
➢ महिला आरोपी एक कुख्यात गैंगस्टर की गर्लफ्रेंड है जो पहले से ही कई मामलों में जेल में बंद है।
परिचय:-
एनआर II/क्राइम ब्रांच की टीम द्वारा किए गए निरंतर और श्रमसाध्य प्रयासों से महिला आरोपी काजल खत्री, उम्र 29 वर्ष, निवासी टीडीआई सिटी, कुंडली, सोनीपत, हरियाणा के आपराधिक सिलसिले का पर्दाफाश हो गया है, जो सूरज मान नामक एक व्यक्ति की सनसनीखेज हत्या के बाद से फरार थी, जिसकी हत्या सेक्टर 104, नोएडा, यू.पी. में लॉरेंस बिश्नोई-गोगी गैंग के नीरज बवानिया और कपिल मान उर्फ कल्लू निवासी खेड़ा खुर्द के बीच लंबी गैंगवार के कारण हुई थी। यह मामला एफआईआर संख्या 31/2024, दिनांक 19/01/2024, यू/एस 302/120बी/34 आईपीसी और 25/27 आर्म्स एक्ट के तहत पीएस सेक्टर 39, नोएडा, यूपी में दर्ज किया गया था। आरोपी काजल खत्री के बारे में कोई सुराग नहीं मिला गिरफ्तारी के समय यूपी पुलिस ने उस पर 25,000 रुपये का इनाम घोषित किया था।
मामले के संक्षिप्त तथ्य:
19.01.2024 को नोएडा, यूपी में रहने वाले सूरज मान अपने परिवार के साथ अपने घर के पास जिम जा रहे थे, तभी बाइक पर तीन लोग आए और अंधाधुंध फायरिंग की और अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मृतक सूरज मान परवेश मान का भाई था, जो मकोका मामले में जेल में बंद है और नीरज बवानिया गैंग का प्रमुख सदस्य है।
यह गैंग परवेश मान और कपिल मान उर्फ कल्लू निवासी खेड़ा कलां के बीच प्रतिद्वंद्विता है, जो लॉरेंस बिश्नोई-गोगी गैंग का सदस्य है। प्रतिद्वंद्विता जुलाई, 2018 में शुरू हुई थी, जब परवेश मान ने कल्लू के चाचा और बाद में 2022 में उसके पिता की हत्या कर दी थी। इसके बाद की प्रतिद्वंद्विता में, कल्लू ने 2019 में परवेश के चचेरे भाई और अब उसके भाई की हत्या कर दी।
सूचना, टीम और कार्रवाई: मामले की गंभीरता को देखते हुए, इंस्पेक्टर संदीप तुशीर के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई जिसमें एसआई सतेंद्र, योगेश दहिया, रवि सैनी, एएसआई प्रदीप गोदारा, प्रवीण दहिया, एचसी प्रदीप श्योकंद, अश्वनी दहिया, अशोक, विनोद बजाड़, अजय, संदीप संगरोहा, डब्लू/सीटीएस रजनी शर्मा और सोनम शामिल थे। टीम ने अथक और पेशेवर तरीके से काम किया। आरोपियों के ठिकानों से स्थानीय जानकारी एकत्र की गई। एसआई रवि सैनी को आरोपियों के वर्तमान ठिकानों के बारे में जानकारी मिली और एचसी अश्वनी दहिया और विनोद बजाड़ और डब्लू/सीटी रजनी शर्मा ने एक महीने से अधिक समय तक फील्ड वर्क किया। किंग्सबरी फ्लैट्स, टीडीआई सिटी, कुंडली, सोनीपत, हरियाणा की कई जगहों की जांच की गई और आरोपी काजल खत्री का पता लगाया गया। सूचना को तकनीकी रूप से और विकसित किया गया और पता चला कि आरोपी हरियाणा के हिसार गया है। उसके बाद, एक छापेमारी दल का गठन किया गया और टीम ने हिसार में जाल बिछाया और आरोपी को एक होटल से पकड़ लिया गया।
आरोपी व्यक्ति का परिचय:
आरोपी काजल खत्री का जन्म 1995 में उसके पैतृक गांव- कुंडली, सोनीपत, हरियाणा में हुआ था। इसके बाद, वह अपने परिवार के साथ दिल्ली के रोहिणी सेक्टर 11 में शिफ्ट हो गई। उसने रोहिणी के एक प्रसिद्ध स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा प्राप्त की। उसने दिल्ली विश्वविद्यालय के एक कॉलेज में बीए में दाखिला लिया, लेकिन अंतिम वर्ष की परीक्षा में फेल हो गई। वर्ष 2016 में, वह सरकारी नौकरी की तैयारी कर रही थी और कपिल मान उर्फ कल्लू के संपर्क में आई, जो रोहिणी के सेक्टर 11 में एक जिम में आता था और वे दोस्त बन गए। वर्ष 2019 में, कपिल मान उर्फ कल्लू अपराध में शामिल हो गया और गोगी गिरोह का शार्पशूटर बन गया। वह एक हत्या के मामले में फरार था। उसने आगे बताया कि वर्ष 2019 में उसने और कपिल मान ने हरियाणा के एक मंदिर में शादी कर ली थी। इसके बाद सितंबर 2019 में कपिल मान उर्फ कल्लू को गिरफ्तार कर लिया गया और तब से वह जेल में है। कपिल मान उर्फ कल्लू के पिता की हत्या के बाद वह अपने सभी परिवार के सदस्यों के साथ रोहिणी से टीडीआई सिटी, कुंडली, सोनीपत, हरियाणा में शिफ्ट हो गई। वह जेल में कपिल मान उर्फ कल्लू से शारीरिक रूप से मिलती थी। वह विभिन्न सोशल नेटवर्किंग साइट्स और इंटरनेट कॉलिंग ऐप के जरिए कपिल मान और अन्य सहयोगियों के संपर्क में भी थी। आरोपी कपिल ने जेल रिकॉर्ड में उसका नाम पत्नी के तौर पर भी दर्ज कराया है। पिछली संलिप्तताएं:- एफआईआर संख्या 31/2024, दिनांक 19/01/2024, यू/एस 302/120बी/34 आईपीसी और 25/27 आर्म्स एक्ट के तहत पीएस सेक्टर 39, नोएडा, यूपी। (सतीश कुमार) पुलिस उपायुक्त अपराध शाखा, दिल्ली