महासंस्कृति महोत्सव में स्थानीय कलाकारों की अनूठी रचनाएँ
समाचार परभणी राजकुमार मुंडे
पर्यटन एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग एवं जिला प्रशासन, परभणी द्वारा आयोजित महासंस्कृति महोत्सव के तीसरे दिन स्थानीय कलाकारों ने दुर्लभ एवं लुप्तप्राय लोक कला एवं संस्कृति की अनूठी प्रस्तुति दी। महाराष्ट्र सांस्कृतिक रूप से एक समृद्ध राज्य है और आज भी, विभिन्न सामाजिक समूह इसके ग्रामीण क्षेत्रों से विभिन्न लोक कलाओं की समृद्धि का विकास कर रहे हैं।
महाराष्ट्र की इसी लोक कला और संस्कृति को बढ़ावा देने और स्थानीय लोक कलाकारों को प्रोत्साहित करने के लिए परभणी में आयोजित महासंस्कृति महोत्सव के तीसरे दिन स्थानीय कलाकारों ने वासुदेव, लोक नाटक, पोतराज और गरुड़ी, बाघ-मुर्गा, धनगर जैसी पारंपरिक लोक कलाओं का प्रदर्शन किया। गीत, कोली नृत्य, मसनजोगी, बहुरूपी, पोवाड़ा, गंकल, जागरण. एवं संस्कृति की आज वीरतापूर्वक प्रस्तुति की गई. कलेक्टर रघुनाथ गावड़े, आयुक्त तृप्ति संदभोर, अपर कलेक्टर डाॅ. प्रताप काले, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी अजिंक्य पवार, अपर पुलिस अधीक्षक यशवंत काले, रेजिडेंट डिप्टी कलेक्टर अनुराधा धलकारी, उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी विशाल जाधव सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।