दि नीड एण्ड वेनिफिट्स आॅफ फ्यूचर ट्रेडिंग, प्राइस राइजमैनेजमंेट एण्ड डिलेवरी साल्यंूषनस पर सेमिनार का आयोजन किया गया
गुलशन परूथी - ग्वालियर
प्रेस्टीज मैनेजमेंट एवं शोध संस्थान, नामित में ” डि नीड एंड वेनिफिट्स एएफ़ फ्यूचर ट्रेडिंग, प्राइस्ट राइज़ टेक्नीक्समैंट एंड डिलेवरी साल्यंकुशनस पर संस्थान का आयोजन दिनांक 9-02-2024 को शोध प्रेस्टीज मैनेजमेंट एवं शोध संस्थान के फामा क्लब द्वारा आयोजित किया गया। ।।
इस संस्थान के मुख्य उद्योग संस्थान के सभी छात्रों-छात्रों को स्टॉक मार्केट और डेरीवेट मार्केट और कमोडिटी मार्केट में सुरक्षित ट्रेडिंग और जोखिम प्रबंधन के बारे में जानकारी दी जा रही है।
संस्था के मुख्य वक्ता श्री नितेश भडांरी, डॉ. एएमथैप उपस्थित रहे और उन्होंने बताया कि आज के समय में बाजार के खतरों से कैसे बचा जाए साथ ही आईएमटीपी के आनलाइन पोर्टल का प्रयोग जोखिमों को कम करने के लिए क्या किया जाए।
संस्था के मुख्य वक्ता श्री गौरव कौशिक उपस्थित रहे और उन्होंने बताया कि इस बाजार में किन मुख्य बिंदुओं पर ध्यान देते हुए सीक्यूरेटी को खरीदा और बेचा जा सकता है और इस बाजार में होने वाले खतरों को कैसे कम किया जाए इसके बारे में विस्तार से बताया गया है। डनक बताया गया।
सस्थान के निदेशक. निशांत जोशी ने बताया कि टेडिंग के माध्यम से सभी छात्र और विश्वविद्यालय भविष्य को बेहतर बना सकते हैं क्योंकि टेडिंग के माध्यम से अपना स्टर्लिंग-अप शुरू किया जा सकता है और ट्रेडिंग का आकर्षण बनाकर हम आने वाले खतरों को आसानी से दूर कर सकते हैं और उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में अम्पथप की अपनी उपयोगिता है जिसमें छात्र एवं सितारे जुड़कर अपने भविष्य को संभाल सकते हैं।
संस्थान की सह-निदेशिका डॉक्टर. तारिका सिंह सिकरवार ने बताया कि आज के समय में हम सभी के जीवन में टीडिंग एक महत्वपूर्ण स्थान बताती है, जिससे हमारे समाज के युग टीडिंग का उपयोग करके लाभ कमाया जा सकता है और इसके प्रबंधन में आने वाली समस्याओं का समाधान निकाला जा सकता है। हमारा संस्थान छात्र एवं छात्राओं के भविष्य को सुनहरा बनाने के लिए अपना योगदान देता रहता है
संस्थान में लगभग 198 से अधिक छात्र एवं छात्राओं ने प्रतिभागिता की तथा सभी शिक्षण संस्थानों को प्रमाण पत्र प्रदान किये गये।
इस संस्थान के समन्वयक सहयोगी. अमिताभ माहेश्वरी एवं सह समन्वयक सहायक प्राचार्या सुगंधा मुद्रली एवं संस्थान के अन्य फैकल्टी के सदस्य भी उपस्थित रहे।
सदर
ऍफ़. निशांत जोशी
निदेशक