प्रत्येक वर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है और यह दिन हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार और महत्त्व को बढ़ावा देने के लिए समर्पित किया गया है।
महेश ढौंडियाल - दिल्ली
वार्ष्णेय भवन, दिल्ली, प्रीत विहार में श्रीअक्रूरजी वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा हिंदी दिवस मनाया गया, इस अवसर पर अध्यक्ष दीपक गुप्ता ने हिंदी दिवस के बारे में मंच से कहा कि, हिंदी दिवस भारतीय इतिहास में हिंदी दिवस अपना एक खास महत्व रखता है, क्योंकि यह दिवस स्वतंत्रता संग्राम से भी जुड़ा हुआ है। आजादी के बाद 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने हिंदी को देवनागरी लिपि में भारत की आधिकारिक भाषा घोषित किया था। हिन्दी दिवस को मनाने के पीछे के उद्देश्य की बात करें, तो इसका एकमात्र मकसद भारत की सांस्कृतिक और भाषाई विविधता को जोड़ना और भाषाई गरिमा एवं उसके महत्व को सम्मानित करना है।
हिन्दी को समर्पित यह दिवस प्रत्येक भारतवासी को अहसास कराता है कि हम हिन्दी हैं और हिन्दी हमारी पहचान है, जिसे आगे बढ़ाना हर भारतीय का कर्म और धर्म है आचार्य शुभेष शर्मन ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा। इस हिंदी दिवस के कार्यक्रम में अधिवक्ता रक्षपाल सिंह, अंजनी कुमार श्रीवास्तव (बैंक चीफ मैनेजर व अन्यों ने विचार प्रकट किये। कवियत्री डॉ स्वदेश सिंह व समोद सिंह कमांडो ने कविता पाठ किया।
अभिषेक भार्गव बैंक मैनेजर ने कार्यक्रम योजना बनाने व कवियत्री रेणु शर्मा मंच संचालन का कार्य किया। कार्यक्रम में महेश हिंगोरानी, विनोद सिंघल, वासुदेव, प्यारे कृष्ण, दीपक अग्रवाल, अरविंद, रोहित इत्यादि वरिष्ठ समाज सेवी उपस्थित रहे।