बालिकाओं के सामने आने वाली चुनौतियां: बालिका दिवस |
विजय गौर | दिल्ली।
जयस फाउंडेशन ने अपने प्रमुख सहयोगियों राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) दिल्ली विश्वविद्यालय और केआर मंगलम विश्वविद्यालय तथा इसके उप आयोजकों ज्ञान आरंभ एजुकेशनल ट्रस्ट, लाइफ चेंजिंग एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट, गीता चैरिटेबल फाउंडेशन, होप एक आशा और स्वास्थ्य भागीदार नवनीश डेंटल क्लिनिक के साथ गीतांजलि ऑडिटोरियम, दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी (मुख्यालय) में अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस 2024 मनाया। स्वागत भाषण जयस फाउंडेशन की अध्यक्ष जया यादव ने दिया।
कार्यक्रम का आयोजन मदरलैंड वॉयस दैनिक हिंदी समाचार पत्र और सचित्र दैनिक समाचार की मीडिया भागीदारी से किया गया। समारोह का उद्घाटन करते हुए ज्यास फाउंडेशन के सीईओ/इलस्ट्रेटेड डेली न्यूज के ब्यूरो चीफ विजय गौर ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर बालिकाओं के समक्ष आने वाली चुनौतियों का समाधान करने तथा बालिकाओं के सशक्तिकरण और उनके मानवाधिकारों की पूर्ति को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित रेणु लता सहायक पुलिस आयुक्त दिल्ली पुलिस की गरिमामयी उपस्थिति सभी प्रतिभागियों के लिए वास्तव में गौरव की बात है।
समारोह के अध्यक्षीय भाषण में केआर मंगलम विश्वविद्यालय की आईक्यूएसी समन्वयक डॉ. शिखा दत्त शर्मा ने "भविष्य के लिए बालिकाओं का दृष्टिकोण" विषय पर बात की तथा बेहतर भविष्य को आकार देने के लिए कार्रवाई, आशा और बालिकाओं की आवाज की शक्ति की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। सहायक पुलिस आयुक्त महिला एवं बाल विशेष पुलिस इकाई रेणु लता ने बताया कि महिला एवं बाल विशेष पुलिस इकाई महिलाओं को सशक्त बनाने, उनमें आत्मविश्वास की भावना पैदा करने, कानूनी जागरूकता पैदा करने तथा उनकी शिकायतों का समाधान करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। आत्म-विश्वास को बढ़ाने के लिए स्कूल और कॉलेज की छात्राओं, गृहणियों, आरडब्लूए आदि के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। लड़कियों को दुपट्टा, पेन और हैंडबैग जैसी चीजों का उपयोग करके खुद को असामाजिक तत्वों, चेन या बैग छीनने, आपराधिक हमले आदि से बचाने का प्रशिक्षण दिया जाता है।
दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर के.पी. सिंह ने महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ साइबर अपराध की रोकथाम के बारे में बताया और डीएलएसए (मध्य जिला) की एडवोकेट तेजस्वी गोयल ने महिलाओं और लड़कियों और समाज के अन्य पात्र समूह को मुफ्त कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए डीएलएसए की भूमिका पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर विजय गौर ने राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित सहायक पुलिस आयुक्त महिला और बाल विशेष पुलिस इकाई रेणु लता और डॉ. शिखा दत्त शर्मा आईक्यूएसी समन्वयक केआर मंगलम विश्वविद्यालय को समाज में उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए शाल, पदक और राष्ट्रीय महिला नेतृत्व पुरस्कार 2024 का स्मृति चिन्ह प्रदान किया।
जयस फाउंडेशन के सीईओ विजय गौर और सहायक पुलिस आयुक्त रेणु लता ने संयुक्त रूप से डॉ. रोशनी देवी कार्यक्रम अधिकारी एनएसएस इंद्रप्रस्थ महिला महाविद्यालय, डॉ. अप्रोवा शर्मा कार्यक्रम अधिकारी एनएसएस हंसराज महाविद्यालय और डॉ. उज्मा नदीम कार्यक्रम अधिकारी एनएसएस माता सुंदरी महाविद्यालय को राष्ट्रीय कानूनी जागरूकता पदक प्रदान किया। नवजागृत कवयित्री और जयस फाउंडेशन की निदेशक नाजरीन अंसारी ने कार्यक्रम में बेटी बचाओ पर एक हृदयस्पर्शी स्वरचित कविता पढ़ी। कार्यक्रम में शैली खान, शबनम खान, हरीश सी. चावला, गीता पांडे, डॉ. नवनीश मनोचा, सुंदरम, वरिदा सतीजा, नंदिनी मल्होत्रा और अंजलि लोहान सहित दिल्ली/एनसीआर के प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।