कौमी एकता के संदेश के साथ हज़रत दावलशाह वली का 18वां उर्स 6 जून से होगा शुरू।
ताहिर कमाल सिद्दीकी | इंदौर
सिरपुर तालाब स्थित सूफी बुजुर्ग हजरत दावल शाह वली की दरगाह पर 18वां सालाना उर्स 6 से 8 जून तक कौमी एकता के संदेश के साथ मनाया जाएगा। यह उर्स बरसों से एकता की मिसाल कायम किये हुए हैं। उर्स कमेटी के संयोजक सरपंच हाजी सोहराब पटेल और अध्यक्ष हाजी सादिक़ पटेल ने बताया पूरी श्रद्धा के साथ उर्स की शुरुआत 6 जून को शाम 6 बजे चादर शरीफ पेश करने के साथ होगी। चादर शरीफ का परम्परागत जुलूस बांक की मक्का मस्जिद से निकलेगा। जुमेरात 6 जून को ही रात में सूफियाना कव्वाली की खूबसूरत महफ़िल भी सजेगी। जिसमें मुल्क के मशहूर कव्वाल सूफियाना कलाम पेश करेंगे।
उत्तरप्रदेश के मशहूर कव्वाल जुनेद सुल्तानी की कव्वाली 6 जून को रात साढ़े नौ बजे से होगी। मुम्बई के मक़बूल कव्वाल अज़ीम नाज़ा भी इंदौर आ रहे हैं। फनकार अज़ीम नाज़ा 7 जून शुक्रवार को रात में सूफियाना कव्वाली सुनाएंगे। जुनेद सुल्तानी और अज़ीम नाज़ा इन दिनों देश भर में कव्वाली की महफ़िल लूट रहे हैं। मुल्क के प्रसिद्ध कव्वाल अक़ीदत,मोहब्बत के कलाम सुनाएंगे। उर्स के आखिरी दिन 8 जून को सुबह 9 बजे रंगे महफिल, 10 बजे लंगर होगा। उर्स में सभी धर्मों के लोग मिलजुलकर शिरकत करेंगे। उर्स की तैयारियां कई दिनों से चल रही है। उर्स को कामयाब बनाने के लिए अपील करते हुए उर्स संयोजक हाजी सोहराब पटेल,उर्स कमेटी के अध्यक्ष हाजी सादिक़ पटेल ने बताया कि ये उर्स हिन्दू.मुस्लिम एकता का प्रतीक है। दूर दराज से बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचेंगे। पश्चिमी क्षेत्र का ये सबसे बड़ा उर्स होता है।शहर में खजराना के बाद ये दूसरा बड़ा उर्स है। उर्स को सफल बनाने के लिए विभिन्न समितियां बनाकर सभी को ज़िम्मेदारी सौंपी गई है।