परचम कुशाई के साथ दादा पीर के 135वे उर्स मुबारक की शुरुआत।
ताहिर कमाल सिद्दीकी | इंदौर
एमजी रोड़ स्थित तुकोगंज मस्जिद वक़्फ़ कमेटी द्वारा ताजुल औलिया दादा पीर हज़रत नियाज़ अली सरकार नक्शबंदी के 135वें उर्स का परचम कुशाई के साथ आगाज़ हुआ। रात में सन्दल भी पेश किया गया। सदारत शहर काजी इशरत अली ने की। बतौर खुसूसी मेहमान मुफ़्ती-ए-मालवा मौलाना नूरुल हक नूरी, मुफ़्ती-ए-शहर सय्यद साबिर अली मिसबाही, मुफ़्ती अहमद यार खां अज़हरी ने शिरकत की। इस मौके पर हैदराबाद के सूफी मीर मुज़तबा यज़दानी बाबा, ज़िला अध्यक्ष रेहान शेख बतौर खास मेहमान मौजूद थे। पिछले दिनों यहां वक्फ कमेटी भंग होने से मप्र वक़्फ़ बोर्ड अध्यक्ष सनवर पटेल ने अश्फ़ाक़ हुसैन गोलू को कार्यपालन अधिकारी नियुक्त किया। उनकी निगरानी में ही उर्स संचालित किया जा रहा है। फातिहा ख्वानी के बाद परचम कुशाई की गई। दरगाह पर चादर पेश कर दुआ मांगी गई। इस दौरान नासिर शाह, पार्षद अनवर दस्तक, महफूज़ पठान, पार्षद रफ़ीक ख़ान, बबलू ख़ान, नासिर ख़ान राजे, इस्माइल ख़ान, अनीस ख़ान, डॉक्टर खलीक-उर-रेहमान, साजिद गुड्डू, आमिर भाई, उमर हैदराबादी, मिनहाज शरीफ, शानू भाई, अफसर हैदराबादी आदि मौजूद थे।
हैदराबाद से लाई शाही चादर आज करेंगे पेश।
आज 31 मई शुक्रवार की सुबह कुल की फातिहा होगी। तत्पश्चात सूफियाना रिवायत (परम्पराओं) को निभाने के लिए हैदराबाद से हज़रत मीर मुज़तबा यजदानी बाबा परम्परागत शाही चादर शरीफ सुबह 10 बजे पेश करेंगे। देश की खुशहाली के लिए दुआ भी मांगी जाएगी। शहर काजी इशरत अली व अन्य धार्मिक विद्वानों का सम्मान भी किया जाएगा। इस के बाद यजदानी बाबा की जानिब से दिनभर लंगर चलेगा। शनिवार 1 जून को उर्स का समापन होगा।